ए पुस्तकें तारकब्रह्म बाबा की कृपा से 2019 में ही छप गई थी और उसी समय बहुत मार्गी लोगों को बांट दिया गया था | लेकिन बाद में करोना महामारी के कारण सारा कार्यक्रम ठप हो गया | पुस्तकों की कुछ ही प्रतियाँ बची हुई है। अब उन कुछ बाकी बची हुई 'विशुद्ध' पुस्तकों को आम मार्गी तक पहुंचा देना है |
इन पुस्तकों में तारकब्रह्म बाबा के अंगिका मैथिली भोजपुरी मगही हिंदी अंग्रेजी आदि में दिए गए 50-60 साल पुराने प्रवचन हैं| यह पहले किसी भी प्रकार से नहीं छपे थे । अब पहली बार 'विशुद्ध' पुस्तक के रूप में पढ़ें | आनन्द वचनामृतम (विशुद्ध) भाग 35 से 50 और सुभाषित संग्रह (विशुद्ध) भाग 26 से 32 तक कुछ प्रतियां उपलब्ध हैं ।
नोट:-आनन्द वचनामृतम (विशुद्ध) भाग 1-2 और भाग 24 तथा सुभाषित संग्रह (विशुद्ध) भाग 13 के बाबा प्रवचन के ऑडियो के विशुद्ध रूपांतरण से बनी पुस्तकों की कुछ प्रतियाँ भी उपलब्ध है।
These Ananda Marga Pure books were printed in 2019 by the grace of Taraka Brahma Baba, and many copies were distributed. But, due to the pandemic, the distribution process completely stalled. Today, only a few copies remain, and those are now available.
These books contain previously unpublished discourses given by Taraka Brahma Baba 50 - 60 years ago in Angika, Maithili, Bhojpuri, Magahi, Hindi, and English etc. They were not printed before in any form. Now read them for the first time. These unique discourses have been printed in the following books: Ananda Vacanamrtam (Pure) parts 35 - 50 and Subhasita Samgraha (Pure) parts 26 - 32. There are only a few copies left.
Note: A few copies of the Pure editions of Ananda Vacanamrtam parts 1-2, part 24, and Subhasita Samgraha (Pure) part 13 are also available.
এ পুস্তকগুলি তারকব্রহ্ম ৰাৰার কৃপায় ২০১৯ সালেই ছাপা হয়ে গিয়েছিল | আর সেই সময়েই ৰহু মার্গীদের মধ্যে বণ্টন করে দেওয়া হয়েছিল | কিন্তু পরে করোনা মহামারীর কারণে সকল কার্যক্রম ৰন্ধ হয়ে গিয়েছিল | পুস্তকের কয়েকটি মাত্র কপি বেঁচে আছে | এখন ওই বেঁচে থাকা বিশুদ্ধ পুস্তকের কয়েকটি কপিকে সাধারণ মার্গীদের মধ্যে পৌঁছে দিতে হৰে |
এ পুস্তকগুলির মধ্যে তারকব্রহ্ম ৰাৰার অঙ্গিকা, মৈথিলি, ভোজপুরী, মগহী, হিন্দি, ইংরেজি ইত্যাদি ভাষায় দেওয়া ৫০-৬০ সাল আগের পুরোনো প্রবচন রয়েছে | এই প্রবচনগুলি পূর্বে কখনও কোনও মাধ্যমেই প্রকাশিত হয়নি | এই প্রথম ৰার আপনারা 'বিশুদ্ধ' পুস্তক হিসাৰে পড়া সুযোগ পেলেন | আনন্দ বচনামৃতের (বিশুদ্ধ) খণ্ড ৩৫ থেকে ৫০ আর সুভাষিত সংগ্রহ (বিশুদ্ধ) খণ্ড ২৬ থেকে ৩২ পর্যন্ত কিছু কপি এখনও পাওয়া যায় |
আনন্দ বচনামৃতের (বিশুদ্ধ) খণ্ড ১-২ আর ২৪ তথা সুভাষিত সংগ্রহের (বিশুদ্ধ) খণ্ড ১৩ ৰাৰার প্রবচন-ধ্বনির বিশুদ্ধ ট্রান্সক্রিপ্সন থেকে তৈরি পুস্তকগুলির কিছু কপিও পাওয়া যায় |
तारकब्रह्म बाबाक कृपा स 2019 में ही ई पुस्तक सब प्रकाशित भेल छल आ ओहि समय में बहुत मार्गी लोक के वितरण भेल छल | मुदा बाद मे कोरोना महामारी के कारण पूरा कार्यक्रम ठमकि गेल। पुस्तक सभक किछु प्रति मात्र बचल अछि । आब ओहि किछु बचल 'विशुद्ध' पुस्तक केँ आम मार्गी तक ल' जेबाक अछि।
एहि पुस्तक सभ में तारकब्रह्म बाबा द्वारा अंगिका, मैथिली, भोजपुरी, मगही, हिन्दी, अंग्रेजी आदि मे देल गेल 50-60 वर्ष पुरान प्रवचन अछि | ई सब पहिने कोनो तरहेँ छपल नहि छल । आब पहिल बेर 'विशुद्ध' किताबक रूप मे पढ़ू। आनन्द वचनामृतम (विशुद्ध) भाग ३५ सँ ५० आ सुभाषित संग्रह (विशुद्ध) भाग २६ सँ ३२ धरि किछु प्रति उपलब्ध अछि ।
नोट :- बाबाक आनन्द वचनामृतम (विशुद्ध) भाग 1-2 आ भाग 24 आ सुभाषित संग्रह (विशुद्ध) भाग 13 के प्रवचन के ऑडियो के विशुद्ध रूपांतरण स बनल किछु प्रति सेहो उपलब्ध अछि |
[मैथिली]
ई किताब तारकब्रह्म बाबा क कृपा स 2019 म ही छपी गेलो रहै आरू वही समय म बहुत मार्गी लोग क बांटले रहै। लेकिन बाद म कोरोना महामारी के कारण सबे कार्यक्रम ठप होय गेलै। ऊ किताब के कुच्छै प्रतियाँ बचलौ छै। अब ऊ कुछ बांकी बचलों 'विशुद्ध' किताब क मार्गी लोग तक पहुंचाए देना छै।
ई किताब म तारकब्रह्म बाबा के अंगिका मैथिली भोजपुरी मगही हिन्दी अंग्रेजी आदि भाषा में देलो 50-60 साल पुराना प्रवचन छै। ई पहिले कोनो प्रकार स नय छपलो रहै। लेकिन अब पहली बार एकरा 'विशुद्ध' किताबक रूप में पढ़ पारबै । आनन्द वचनामृतम (विशुद्ध) भाग 35 से 50 आरू सुभाषित संग्रह (विशुद्ध) भाग 26 से 32 तक कुछ प्रतियाँ उपलब्ध छै।
नोट:-आनन्द वचनामृतम (विशुद्ध) भाग 1-2 आरू भाग 24 आरू सुभाषित संग्रह (विशुद्ध) भाग 13 क बाबा प्रवचन के ऑडियो क विशुद्ध रूपांतरण स बनलो किताब क कुछ प्रतियाँ भी उपलब्ध छै।
[अंगिका]
ई सब किताब तारकब्रह्म बाबा के कृपा से 2019 में ही छप गेल हल आउ ओहे समय ढेरे मार्गी लोग सब के बाँट देल गेल हल l मगर कोरोना महामारी के वजह से सब कार्यक्रम ठप्प हो गेलइ हल l किताबन के कुछ प्रति ही बचल हइ l से अब बचल 'विशुद्ध' किताबन के प्रति आम मार्गी लोगन तक पहुंचा देबे ला हइ l
ई सब किताबन में तारकब्रह्म बाबा के अंगिका मैथिली भोजपुरी मगही हिन्दी अंग्रेजी इत्यादि में देबल 50-60 साल पुरान प्रवचन संग्रहित हे l ई पहिले कोई भी तरह से न छपल हल। पहिला बेरी 'विशुद्ध' किताब के रूप में प्रस्तुत हे l आनन्द वचनामृतम (विशुद्ध) भाग 35 से 50 आउ सुभाषित संग्रह (विशुद्ध) भाग 26 से 32 तक के कुछ प्रति उपलब्ध हे l
नोट-आनन्द वचनामृतम (विशुद्ध) भाग 1-2 आउ भाग 24 तथा सुभाषित संग्रह (विशुद्ध) भाग 13 के बाबा प्रवचन के ऑडियो के विशुद्ध रूपांतरण से बनल पुस्तक के कुछ प्रति भी उपलब्ध हे l
[मगही]
ए पुस्तक मन ह तारकब्रह्म बाबा के कृपा ले 2019 म ही छप गे रिहिस। उही बखत बहुत मार्गीलोग मन ल पुस्तक बांट दे गे रिहिस। बाद म कोरोना महामारी सेती जम्मो काम ठप पड़ गे। कुछ गिनती के पुस्तक ह बांचे हवय। बचे 'विशुद्ध' पुस्तक मन ल आम मार्गी मन तक पहुँचाना हवय।
ए पुस्तक म तारकब्रह्म बाबा के अंगिका, मैथिली, भोजपुरी, मगही, हिंदी, अंग्रेज़ी आदि भाखा म 50-60 वर्ष पुराना प्रवचन हवय। पहली ए ह कोनो परकार ले नई छपे रिहिस हे, अब एला 'विशुद्ध' पुस्तक के रूप म आपमन पढव ।आनन्द वचनामृतम (विशुद्ध) भाग 35 ले 50 अउ सुभाषित संग्रह (विशुद्ध) भाग 26 ले 32 तक के पुस्तक के कुछ प्रतियाँ उपलब्ध हवय।
नोट:-आनन्द वचनामृतम (विशुद्ध) भाग 1-2 अउ भाग 24, सुभाषित संग्रह (विशुद्ध) भाग 13 के बाबा प्रवचन के ऑडियो के विशुद्ध रूपांतरण ले बने पुस्तक मन भी उपलब्ध हे।
[छतीसगढ़ी]